मित्र क्या है ??? , परछाई है ,
हाथ थाम ले , जब आगे खाई है ।।
आईना है दुर्गुणों को दिखलाने में ,
माहिर है उलझनों को सुलझाने में ।।
स्पष्टवादिता का जीता जागता उदाहरण है ,
अमूल्य है आपके लिए,
भले दुनिया के लिए साधारण है ।।
जश्न में चार चांद लगा देता है ,
दुख की घड़ी में ढांढस बंधा देता है ।।
ईश्वर की रचना है यह विचित्र ,
खुशनसीब हैं आप ,
यदि आप के पास हैं सच्चे मित्र ।।
— “प्रखर”
Amazing bhaiya ☺
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धन्यवाद 🙏🙏😊😊
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एसा मित्र मिलना, नसीब की बात है।
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Friendship is art
But
Make Friend is opportunity
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